देश के इस हालत का जिम्मेदार कौन ? यह एक सवाल जो सभी के मन में आजकल चल रहा है इस सभी का जिम्मेदार किसान हैं या नेता | जिन्होंने कुछ नियम बनाकर उन किसानों को परेशानी में डाल दिया है आखिर इन सभी लोगों को जिन्हें हम किसान कहते हैं | उन्हें इस तरह से आने की जरूरत क्यों पड़ी? क्यों उन्हें धरने देने पड़े क्यों उन्हें सड़क पर सोना पड़ा ? दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं और 10 से 12 मीटिंग हो चुकी है पर नतीजा क्या निकला कुछ नहीं. आखिर क्यों इतना समय लग रहा है इस छोटे से परेशानी का समाधान ढूंढने में क्यों इसे इतना लंबा खींच रहे हैं ये लोग | अगर इसमें इतना ही समय लगना था तो क्यों इस पर पहले से विचार नहीं किया गया | मेरे ख्याल से यह वह लोग हैं जो सिर्फ खाते हैं और सो जाते हैं जिनमें बुद्धि नाम की कोई चीज नहीं जो बिना सोचे समझे कार्य को करते हैं जिनके पास ताकत है देश चलाने की |
क्या सरकार द्वारा यह लाए गए कानून सही है या गलत इसका फैसला कौन करेगा?
अगर यह कानून सही है तो इस चीज का फैसला जनता करेगी अगर यह कानून गलत है तो तो भी इसका फैसला जनता ही करेगी अगर इन सभी नियमों को लाने के बाद अच्छे बुरे का फैसला जनता के द्वारा होगा तो क्यों इतना देर लग रही है इस आंदोलन को बढ़ावा देने में | कोई कानून सही है या गलत इसका फैसला कब किया जाता है और इसका फैसला किसके द्वारा किया जाता है किन लोगों को इससे फायदा होता है और किसको नहीं |
भारत देश में आजकल इस तरह की गतिविधियां आपको हर तीसरे या चौथे महीने में देखने को मिलेगी | पिछले कुछ सालों से कुछ ऐसे गतिविधियां देखने को मिल रही है जिससे हर तीसरे चौथे महीने में कोई हिंसा या किसी तरह की परेशानी लोगों को झेलनी ही पड़ती है | आम लोगों का जीवन आजकल एक पहेली सी हो गया है की उन्हें एक सादा सा जीवन जीने के लिए बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ रहा है |
इस तरह की चीजों को देखकर सरकार की चीजों पर भरोसा करना मुश्किल हो गया है समझ नहीं आता किस को चुने जो जो एक आम नागरिक के लिए लड़ेगा और उसके लिए सही फायदे की चीजों को देखेगा | जिसे देखो वह बस अपने पैसे बनाने में लगा हुआ है महंगाई बढ़ती जा रही है और गरीब मरता जा रहा है |
आखिर कब एक आम आदमी चैन से सो पाएगा और दो वक्त की रोटी आराम से खा पाएगा ? यह एक सवाल है जो भारत का हर नागरिक जाना चाहता है | जिसके लिए वह इतना कष्ट सह रहा है |
यह मेरी एक छोटी सी विचारधारा थी जो आज देश में हो रहा है उसके ऊपर आपको क्या लगता है मुझे कमेंट कीजिए और अपने विचारों को बताइए
0 Comments